#सेमीफाइनल बाकी
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ICC T20 वर्ल्डकप 2024 के सभी मैचों का टाइम टेबल और परिणाम
ICC T20 वर्ल्डकप 2024 जून में खेला जायेगा और इस टूर्नामेंट में कुल 20 टीमें भाग लेंगी, कुल 55 मैच खेले जायेंगे। सभी टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया है और सभी टीमें अपने ग्रुप की बाकी अन्य टीमों से मैच खेलेंगी इसके बाद टॉप की 2 टीमें सुपर 8 के लिए क्वालीफाई करेंगी और फिर दूसरे ग्रुप के टीमों के साथ मैच खेलेंगी। फिर टॉप की चार टीम सेमीफइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी। और फिर सेमीफाइनल जीतने वाली टीम फाइनल खेलेंगी। https://www.cricninjas.com/twenty-teams-will-play-in-the-t20-world-cup-2024/ Read the full article
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India clinches a place in the World Cup final with a 70-run victory over New Zealand
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India clinches a place in the World Cup final with a 70-run victory over New Zealand
भारत बनाम न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप 2023 की हाइलाइट्स: भारत ��े न्यूजीलैंड पर 70 रनों से जीत हासिल कर वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी जगह बनाई
#INDvsNZ
#finalbound
फोटो: ट्विटर
2023-11-15 :भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 397 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें विराट कोहली ने 117 रन की शतकीय पारी खेली और सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा वनडे शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
श्रेयस अय्यर ने भी 70 गेंदों पर 105 रनों की तेजतर्रार पारी खेली।
मोहम्मद शमी ने न्यूजीलैंड की टीम को धराशायी कर दिया और 7 विकेट चटकाए। भारत ने न्यूजीलैंड को 327 रनों पर ही रोक दिया और मैच 70 रनों से जीत लिया।
भारत की पारी के हाइलाइट्स
रोहित शर्मा ने 29 गेंदों पर 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
शुभमन गिल 79 रन बनाकर चोटिल हो गए।
विराट कोहली ने 106 गेंदों पर 117 रनों की शानदार पारी खेली और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
श्रेयस अय्यर ने 70 गेंदों पर 105 रनों की तूफानी पारी खेली।
मोहम्मद शमी ने बदला मैच
photo credit : https://x.com/BCCI?s=20
अंत में मोहम्मद शमी और बाकी गेंदबाजों की शानदार गेंदबाजी के चलते मुकाबला 70 रनों से अपने नाम कर लिया। मोहम्मद शमी को शानदार गेंदबाजी के चलते प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया।
इस मैच में शमी ने 9.5 ओवर में 57 रन देकर 7 विकेट चटकाए और इस वर्ल्ड कप में 23 विकेटों के साथ सबसे ज्यादा विकेट भी हासिल कर लिए
भारत की यह जीत वर्ल्ड कप में उनकी लगातार 12वीं जीत है और टीम अब फाइनल में इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के लिए तैयार है।
फोटो: ट्विटर
Also Read:-https://majornewshub.com/virat-kohli-creates-history-by-surpassing-sachin-tendulkars-world-record-achieving-his-50th-odi-century/
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फाइनल में हार भी बैडमिंटन टीम ने रचा इतिहास, 37 साल बाद भारत ने जीता मेडल
हांगझाऊ: चोटिल एच एस प्रणय की कमी भारत को खली और शुरूआती दो मैच जीतने के बाद चीन के हाथों फाइनल 2-3 से हारने के कारण उसे एशियाई खेलों में पुरूष टीम चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय कमर की चोट के कारण नहीं खेल सके। लक्ष्य सेन ने पहला सिंगल और सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ��े युगल मैच जीतकर भारत को 2-0 की बढत दिलाई थी। इसके बाद दारोमदार किदाम्बी श्रीकांत पर था जिन्होंने दक्षिण कोरिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उम्दा प्रदर्शन किया था। इस बार वह उस लय को कायम नहीं रख सके और हार गए। चीन ने बाकी दोनों मैच जीतकर अपना दबदबा बरकरार रखा। लक्ष्य सेन ने दुनिया के छठे नंबर के खिलाफ शि युकी के खिलाफ पहला मैच 22-20, 14- 21, 21-18 से जीता। इसके बाद दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी सात्विक और चिराग ने दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी लियांग वेइ केंग और वांग चांग को 21-15 ,21-18 से हराया। श्रीकांत को आल इंग्लैंड चैम्पियन लि शिफेंग ने 24-22, 21-9 से हराया। दूसरे युगल मुकाबले में ध्रुव कपिला और साइ प्रतीक कृष्णा प्रसाद को दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी लियू यू चेन और यू शुआन यि ने 21-6, 21-15 से मात दी। वहीं प्रणय की जगह खेल रहे मिथुन मंजूनाथ को वेंग होंग यांग ने 21-12, 21- 4 से हराया। इस हार के बावजूद भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसने बैडमिंटन में दूसरा सिल्वर मेडल दिलाया। इससे पहले 2018 में पी वी सिंधू ने महिला सिंगल में सिल्वर मेडल जीता था। भारतीय बैडमिंटन पुरूष टीम ने इससे पहले 1986 में सियोल में मेडल जीता था जब प्रकाश पादुकोण और विमल कुमार टीम का हिस्सा थे। http://dlvr.it/SwrvzC
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कैसे टीम इंडिया अभी भी आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकती है
इंग्लैंड से भारत की हार ने मौजूदा आईसीसी टी20 विश्व कप में सेमीफाइनल में जगह हासिल करने की उनकी संभावनाओं को खत्म नहीं किया है, लेकिन इस हार का उनके बाकी अभियान पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। अगर भारत इंग्लैंड के खिलाफ जीत जाता, तो हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम ग्रुप 2 पर नियंत्रण कर सकती थी और सेमीफाइनल में कदम रख सकती थी। लेकिन वे 152 के कुल योग का पीछा करने में नाकाम रहे। इस प्रकार भारत का…
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दक्षिण अफ्रीका की हार से भारत, सेमीफाइनल में पाकिस्तान और बांग्लादेश के पास भी मौका
दक्षिण अफ्रीका की हार से भारत, सेमीफाइनल में पाकिस्तान और बांग्लादेश के पास भी मौका
टी20 विश्व कप सेमीफाइनल: टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 WC 2022) पर एक और बड़ा बवाल हो गया है। रविवार को ग्रुप-2 के अहम मुकाबले में साउथ अफ्रीका को नीदरलैंड्स ने 13 रन से हरा दिया. इस नतीजे के बाद टीम इंडिया की सेमीफाइनल में जगह पक्की हो गई है. वहीं बांग्लादेश और पाकिस्तान के पास भी सेमीफाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका है. इसके साथ ही साउथ अफ्रीका का इस वर्ल्ड कप तक का सफर लगभग खत्म हो गया है। दक्षिण…
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वीमेन हॉकी टीम के कबीर खान से मिलते है -
वीमेन हॉकी टीम और गर्व के पल -
वीमेन हॉकी टीम की उपलब्धि से पूरा भारत गदगद है। हो भी क्यों न हो हॉकी ही हमारा राष्ट्रीय खेल है।हॉकी में हमारी कई उपलब्धियां है जो इतिहास में दर्ज है लेकिन कई सालों से हम हॉकी में अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है।भारतीय हॉकी को तो ज्यादा सुविधा नहीं मिल पा रही है और तो और इन्हे कोई प्रायोजक नहीं मिल रहा था तो ओडिसा सरकार ने इन्हे प्रायोजित किया है। मैं ओडिसा के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूँ इस नेक कार्य के लिए। लेकिन हॉकी की दोनों टीमों ने ये दिखा दिया किया वो किसी से कम नहीं है। और खासकर महिला हॉकी टीम की जितनी तारीफ की जाये वो कम ही होगी। लड़कियों बहुत अच्छा खेला।हॉकी पर बनी फिल्म 'चक दे इंडिया ' सबने देखी होगी और सबको अच्छी लगी होगी।कुछ लोगों को तो फ़िल्मी कलाकारों के नाम रट गए होंगे। लेकिन असली नायको और नायिकाओं को कम ही लोग जानते होंगे। लेकिन आज हम फिल्म चक दे में कोच -कबीर खान की बात करेंगे। लेकिन असली टीम के असली कोच जिनका ना�� है -मारजेन है ।
असली कबीर खान - कोच सोर्ड मारजेन
भारतीय महिला हॉकी टीम पहली बार ओलिंपिक खेलों में सेमीफाइनल तक पहुंची है।काफी हद तक इसका क्रेडिट कोच सोर्ड मारजेन को ही जाता है।चार साल पहले जब सोर्ड मारजेन ने भारतीय महिला हॉकी टीम की कमान संभाली थी, तब हालात जुदा थे। कई सीनियर प्लेयर्स रिटायर हो रहे थे।टीम को फिर से खड़ा करने की जरूरत थी और मारजेन ने यह काम बखूबी किया।आज तोक्यो ओलिंपिक में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराने पर हमें जो खुशी है,उसकी एक बड़ी वजह मारजेन हैं।मारजेन से इस टीम को संवारा और तराशा है।आज भारत की मह���ला हॉकी टीम दुनिया के सबसे बड़े खेलमंच पर अगर यूं खेल पा रही है तो मारजेन को उसके लिए शुक्रिया बनता है।
मारजेन ने खुद 10 साल तक फील्ड हॉकी खेली है।उन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम के अलावा पुरुष टीम को भी ट्रेन किया है। जब उन्हें 2017 में भारतीय महिला टीम का कोच बनाया गया तो उनके लिए यह एक चुनौती थी। मारजेन मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं तो लोगों में जोश फूंकना तो उन्हें बखूबी आता है मगर स्किल्स का क्या ? ऐसे में मारजेन ने एक प्लान तैयार किया।सबसे अहम था खिलाड़ियों का माइंडसेट बदलना।काफी कुछ 'चक दे इंडिया' फिल्म में शाहरुख खान के किरदार 'कबीर खान' की तरह।आज की जीत के बाद मारजेन को असल जिंदगी का कबीर खान कहा जा रहा है।मारजेन चाहते थे कि लड़कियां मैच में किसी भी वक्त कमजोर ना पड़ें। ऐसा होने में वक्त जरूर लगा मगर नतीजा हमारे आपके सामने है।
मारजेन का सोचने का तरीका अलग है -
सोर्ड मारजेन को बाकी हॉकी कोचेज से जो बात अलग करती है, वह यह कि उनका जोर पिच पर लीडर्स की मौजूदगी पर रहता है।मारजेन के बारे में गुरजीत कौर ने ओलिंपिक डॉट कॉम से कहा, "हर कोच का नेचर और स्टाइल अलग-अलग होता है।वह खिलाड़ियों के साथ अलग ढंग से काम करते हैं। वह चाहते हैं कि हम अपनी परेशानियों का हल खुद खोजें। हां, वह हमेशा पिच पर मदद को रहते हैं मगर सोर्ड के साथ रास्ते ढूंढने का जिम्मा हमारा है।" मारजेन का यह तरीका भारतीय टीम के खासा काम आया है।टीम के माइडंसेट, गेम को लेकर एटिट्यूड में मारजेन की झलक अब साफ दिखाई देती है।
उनके कोच बनने के बाद से भारतीय टीम के प्रदर्शन में खासा सुधार हुआ है। फिर चाहे वह पिछली बार ओलिंपिक चैम्पियन ग्रेट ब्रिटेन को उनके घर ��ें हराना हो या वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज जीतने वाले स्पेन को चुनौती देना, भारतीय टीम चुनौतियों से घबराना भूल गई। मारजेन की छाप पिछले साल ओलिंपिक क्वालिफिकेशन की खातिर हुए मुकाबलों में भी दिखी।पहले मैच में भारतीय टीम ने अमेरिकन मिडफील्ड को धता बताया और दूसरे में उसके डिफेंस के आगे तगड़ी चुनौती थी। मारजेन मानते हैं कि टीम ने शानदार खेल दिखाया था।
मारजेन का ट्वीट बहुत वायरल हो रहा है -" घर आने में फिर देर होगी"।-
ओलिंपिक खेलों की शुरुआत से पहले मारजेन ने कहा था, "दो-तीन साल पहले टीम आमतौर पर हार मान लेती थी लेकिन अब वे एक-दूसरे से बात करते हैं और मैच को पूरी तरह बदल देते हैं और ऐसा इसलिए हो पाया है क्योंकि उनकी मेंटल हेल्थ सुधरी है।" इसी मेंटल टफनेस के दमपर मारजेन टीम को ओलिंपिक के सेमीफाइनल तक ले आए हैं। उन्होंने कहा था, "हम जितना एक-दूसरे के साथ रहेंगे, उतना बेहतर।" सेमीफानल में प्रवेश के बाद मारजेन का ट्वीट बहुत वायरल हो रहा है -जिसमे उन्होंने लिखा -" घर आने में फिर देर होगी"।महिला टीम ने वो करके दिखा दिया है। जी उनको जिम्मेदारी दी गयी थी। अब ये देखना है की वो सोने पे अपना निशाना लगाते है की नहीं।
please read -https://bit.ly/3jp5jrk
#ओलंपिकखेलटोक्यो2020#सोर्डमारजेन#वीमेनहॉकीटीम#कोचसोर्डमारजेन#ओलिंपिकखेलोंमेंसेमीफाइनल#ओडिसासरकार#womenshockeyteam#kabirkhanchakedeindia#indianwomenhockey team#chakdeindia
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आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल बर्थ दांव पर क्योंकि भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से बहुत जीत के खेल में हुआ | क्रिकेट समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया
आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल बर्थ दांव पर क्योंकि भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से बहुत जीत के खेल में हुआ | क्रिकेट समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
क्राइस्टचर्च : भारत रविवार को करो या मरो के मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने की पूरी कोशिश करेगा. टूर्नामेंट में अब तक, 2017 के उपविजेता ने उस तरह से फायरिंग नहीं की है जैसा वे करना चाहेंगे। तीन जीत और इतनी ही हार के साथ भारत, जो समग्र स्टैंडिंग में छह अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है, खुद को अपने अंतिम लीग मैच में जीत की स्थिति में पाता है। दो गेम बाकी…
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#आईसीसी महिला विश्व कप#आईसीसी महिला विश्व कप 2022#भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका#भारत महिला बनाम दक्षिण अफ्रीका महिला#मिताली राज#सुने लुउस
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आईएसएल: मुंबई पर 3-1 से जीत के साथ केरल सेमीफाइनल के करीब | फुटबॉल समाचार - टाइम्स ऑफ इंडिया
आईएसएल: मुंबई पर 3-1 से जीत के साथ केरल सेमीफाइनल के करीब | फुटबॉल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
2021-22 में अंतिम सेमीफाइनल स्थान के लिए लड़ाई इंडियन सुपर लीग केरला ब्लास्टर्स के दंग रह जाने के बाद तार टूट जाएगा मुंबई सिटी एफसी 3-1 से गत चैंपियन को पछाड़कर अंक तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया और एक राउंड का खेल बाकी है। सहल अब्दुल समद के एक सलामी बल्लेबाज और स्पेनिश हमलावर अल्वारो वाज़क्वेज़ के एक डबल ने मुंबई को अंतिम लीग फिक्सचर में डुबो दिया, जिसमें ब्लास्टर्स अब अपने हाथों में अपनी…
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India clinches a place in the World Cup final with a 70-run victory over New Zealand
भारत बनाम न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप 2023 की हाइलाइट्स: भारत ने न्यूजीलैंड पर 70 रनों से जीत हासिल कर वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी जगह बनाई
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फोटो: ट्विटर 2023-11-15 :भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 397 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें विराट कोहली ने 117 रन की शतकीय पारी खेली और सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा वनडे शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। श्रेयस अय्यर ने भी 70 गेंदों पर 105 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। मोहम्मद शमी ने न्यूजीलैंड की टीम को धराशायी कर दिया और 7 विकेट चटकाए। भारत ने न्यूजीलैंड को 327 रनों पर ही रोक दिया और मैच 70 रनों से जीत लिया।
भारत की पारी के हाइलाइट्स
- रोहित शर्मा ने 29 गेंदों पर 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। - शुभमन गिल 79 रन बनाकर चोटिल हो गए। - विराट कोहली ने 106 गेंदों पर 117 रनों की शानदार पारी खेली और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। - श्रेयस अय्यर ने 70 गेंदों पर 105 रनों की तूफानी पारी खेली। मोहम्मद शमी ने बदला मैच
photo credit : https://x.com/BCCI?s=20 अंत में मोहम्मद शमी और बाकी गेंदबाजों की शानदार गेंदबाजी के चलते मुकाबला 70 रनों से अपने नाम कर लिया। मोहम्मद शमी को शानदार गेंदबाजी के चलते प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। इस मैच में शमी ने 9.5 ओवर में 57 रन देकर 7 विकेट चटकाए और इस वर्ल्ड कप में 23 विकेटों के साथ सबसे ज्यादा विकेट भी हासिल कर लिए भारत की यह जीत वर्ल्ड कप में उनकी लगातार 12वीं जीत है और टीम अब फाइनल में इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के लिए तैयार है।
फोटो: ट्विटर Also Read:-https://majornewshub.com/virat-kohli-creates-history-by-surpassing-sachin-tendulkars-world-record-achieving-his-50th-odi-century/ Read the full article
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बारिश ने बिगाड़ा काम... आखिर कैसे टीम इंडिया पहुंच सकती है सेमीफाइनल में, जानिए
एडिलेड: बांग्लादेश और भारत के बीच टी 20 वर्ल्ड कप का एक अहम मुकाबला चल रहा है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 185 रनों का लक्ष्य रखा है वहीं बांग्लादेश ने तेज शुरुआत करते हुए बिना विकेट गंवाए 66 रन बना लिए हैं। 7 ओवर का खेल हुआ ही था कि बारिश शुरू हो जाती है। बारिश की वजह से खेल रोका गया। यदि बारिश की वजह से मैच नहीं होता तो भारत यह मैच डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से हार जाता। बारिश रुकने के बाद मैच दोबारा शुरू हो गया है और अब 16 ओवर में 151 का टारगेट बांगलादेश को मिला है। जिसमें 7 ओवर का खेल हो चुका है। बारिश की वजह से मैच आगे नहीं होता तो डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से बांग्लादेश जीत जाता। जिस वक्त बारिश आई उस वक्त बांग्लादेश का औसत अच्छा था और उसने कोई विकेट नहीं खोया था। वह नियम के हिसाब से भारत से 17 रन आगे था। जीत और हार दोनों के हिसाब से समझना है कि ग्रुप 2 में इस मैच के बाद भारत के लिए क्या उम्मीद है। विश्व कप के ग्रुप 2 में भारत के साथ पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे और नीदरलैंड्स हैं। सभी टीमों को अभी तक अपने दो-दो मुकाबले खेलने हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच एक मैच अभी चल रहा है। साउथ अफ्रीका अभी तक टूर्नामेंट की एकमात्र ऐसी टीम है जो हारी नहीं है। दक्षिण अफ्रीका के 5, भारत और बांग्लादेश के 4-4, जिम्बाब्वे के 3 और पाकिस्तान के 2 अंक हैं। सेमीफाइनल से पहले इस ग्रुप की लड़ाई रोचक है। -भारत को आज के बाद एक मैच सिर्फ जिम्बाब्वे से खेलना है। आज यदि जीत मिलती है तो उसे सिर्फ जिम्बाब्वे से जीतना भर होगा। यदि आज हार होती है तो आगे पहुंचने के लिए उसे दूसरी टीमों पर निर्भर होना होगा।- - बांग्लादेश टीम को आज के बाद सिर्फ पाकिस्तान से एक मैच खेलना है। दोनों मैच में जीत के बाद सीधे सेमीफाइनल में उस���ी जगह पक्की हो जाएगी। आज कोई भारतीय प्रशंसक नहीं चाहेगा कि बांग्लादेश यह मैच जीते। - दक्षिण अफ्रीका का आगे जाना लगभग तय है। पाकिस्तान और नीदरलैंड्स से खेलना है। एक भी जीत के साथ सेमीफाइनल में उसकी जगह पक्की हो जाएगी। रन रेट का कोई उसके सामने चक्कर नहीं है। - पाकिस्तान की राह मुश्किल है। कल उसे एक अहम मुकाबला साउथ अफ्रीका के साथ खेलना है। इसमें जीत और अगले मैच में भी बांग्लादेश से अच्छे अंतर से जीत चाहिए। दोनों मैच में जीत के बाद यह उम्मीद करना होगा कि साउथ अफ्रीका नीदरलैंड्स से हार जाए। साथ ही भारत भी एक मुकाबला हार जाए।- जिम्बाब्वे के बाकी दोनों मैच नीदरलैंड्स और भारत से हैं। टीम को अपने दोनों मैच जीतने के साथ ही उम्मीद करना होगा कि बांग्लादेश कम से कम एक मैच हार जाए। http://dlvr.it/Sc5vpC
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Pro kabaddi league schedule live streaming patna pirates dabang delhi play semi final
Pro kabaddi league schedule live streaming patna pirates dabang delhi play semi final
नई दिल्ली. प्रो कबड्��ी लीग (Pro Kabaddi League) के प्लेऑफ में 6 टीमें पहुंच गई है. पटना पाइरेट्स और दबंग दिल्ली ने टॉप 2 में रहते हुए प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया, जबकि यूपी योद्धा, गुजरात जायंट्स, बेंगलुरु बुल्स और पुणेरी पलटन तीसरे, चौथे, 5वें और छठे स्थान पर रहकर आगे बढ़ी. टॉप 2 में रहने वाली दोनों टीमें 23 फरवरी को सीधे सेमीफाइनल खेलेगी. वहीं बाकी की चारों टीमों को 21 फरवरी को…
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किसानों को रौंदने वाले कॉरपोरेट पूंजीपति ऐसे कहां हार मानेंगे ?
तीनों कृषि क़ानून की वापसी में बड़ी जीत के अक्स नहीं देखे जाने चाहिए। जिस तरह एक वर्ग इसे किसानों की बड़ी जीत कह कर प्रचारित कर रहा है और “उत्सव” का माहौल बना रहा है, वो लोग ज़मीनी हक़ीक़त से नावाक़िफ़ हैं। एक तरह से ये कोशिश उन लोगों को ही खुश करने की पहल है जो प्रधानमंत्री मोदी की कथित "पवित्र घोषणा" बताकर वोट के लिए कैश करना चाहते हैं।
कॉर्पोरेट पूंजीवाद ने पिछले सात वर्षों में अपना जो ताना-बाना बुना है वो इस बाज़ी को इतनी आसानी से नहीं हार जाएगा। निश्चित रूप से यूपी विधानसभा चुनाव या 2024 का सत्ता का सेमीफाइनल जीतने के लिए मोदी सरकार ने किसानों के आगे झुकने का नाटक भर किया है, नाटक का मंच नहीं बदला है। कुछ हक़ीक़तें हैं जिनसे आपको रूबरू कराना है, कुछ पेशीनगोइयां हैं जिन्हें आपको बताना है।
अगर आप लोगों को याद न हो तो फिर से याद दिलाना चाहूँगा। अडानी समूह ने पंजाब में अमरिन्दर सिंह और हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार की मदद से जो अनाज स्टोरेज के विशालकाय हब या गोडाउन बनाए हैं, वे अब बंद रहेंगे या अनाज ढोने वाली अडानी की रेल बंद हो जाएगी? ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है।
किसानों का अनाज अब अडानी का मैनेजर ख़रीदेगा और इन हबों तक पहुँचा��गा। दरअसल, मंडी की व्यवस्था ऐसी होने जा रही है जहां अडानी किसानों से अनाज ख़रीदेगा। आढ़ती इनके मैनेजर होंगे। यह तंत्र इस सरकार ने इस तरह से विकसित कर दिया है कि वो तीनों कृषि क़ानूनों से कहीं ज़्यादा सुरक्षा कॉरपोरेट पूँजीपतियों को देगा।
आपका सवाल यही होगा न कि इसमें किसानों का कहाँ नुक़सान है? सवाल वाजिब है। किसान गाँवों में भी उस महंगाई का सामना या चुभन इस तरह महसूस करेंगे जो अभी तक शहरी मध्यम वर्ग करता आया है। यानी किसान अपना अनाज अडानी के आढ़ती मैनेजरों को जितना भी महँगा बेचेंगे, उसका कई गुना महंगाई का सामना गाँवों में किसानों को करना पड़ेगा। अभी हाल ही में डीएपी (खाद) ख़रीदने के लिए किसानों की लंबी लाइनें सभी ने देखी होंगी। इससे पहले क्या खाद ख़रीदने के लिए ऐसी लाइन लगती रही है?
गाँवों में अडानी के बैंक खुलने जा रहे हैं, जहां किसानों को कृषि लोन हाथोंहाथ मिलेगा। किसानों के खेत और फसल इनके बैंकों में गिरवी होंगे और फिर धीरे धीरे वहीं किसान इनका मज़दूर बन जाएगा। अब इसी तंत्र की तरफ़ सरकार बिना कोई कृषि क़ानून बनाए बढ़ेगी। हालाँकि इस तंत्र की बहुत सतही जानकारी ही मैं आपको दे पा रहा हूँ लेकिन कॉरपोरेट पूँजीपतियों ने ताना-बाना इससे भी ज़्यादा क्रूर बुना है। वक्त बीतने के साथ तमाम चीजें आप लोगों के सामने आती जाएँगी।
तीनों क़ानून वापस लेने की घोषणा करते समय प्रधानमंत्री मोदी ने एक बात कही है कि एमएसपी का मुद्दा तय करने के लिए सरकार अलग से एक कमेटी बनाएगी और वहाँ ये मुद्दा तय होगा। किसान संगठन इस कमेटी की हर गतिविधि पर नज़र रखें, उसके बयानों का विश्लेषण करें। उस कमेटी के ज़रिए कॉरपोरेट पूँजीपतियों के लूट का तंत्र और मज़बूत किया जाएगा। अगर इस बात को मैं स्क्रीन राइटर दाराब फ़ारूक़ी के अल्फ़ाज़ में कहूँ - क़ानून वापस लिया है। अपनी सोच नहीं, अपनी नफ़रत नहीं। कॉरपोरेट मीडिया के जो दलाल कल तक तीनों कृषि क़ानूनों के फ़ायदे बता रहे थे, अब वही इस क़ानून को वापस लेने के फ़ायदे बता रहे हैं।
आपकी सोच पर अडानी की सोच कब थोप दी जाएगी, आपको हल्का सा भी झटका महसूस नहीं होगा। क्या आपको लगता है कि गुजरात दंगों के ��िए माफ़ी न माँगने वाले मोदी इतनी आसानी से कृषि क़ानूनों पर किसानों की माँग मान लेंगे, जिन किसानों को वो भरी संसद में “आंदोलनजीवी परजीवी” कह चुके हों। जिस किसान आंदोलन को हरियाणा का कृषि मंत्री जेपी दलाल “पाकिस्तानी आंदोलन” बता चुका हो। जिन किसानों को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल माओवादी बता चुके हों और सांसद मनोज तिवारी किसानों को टुकड़े टुकड़े गैंग का बता चुका हो।
यह ��क़ीक़त है कि किसान एकजुटता से मोदी सरकार और उसकी जननी आरएसएस चिंता में गए। इन दिनों आप देख रहे होंगे कि कोई दिन ऐसा नहीं जा रहा है जब यूपी के मुख्यमंत्री से लेकर छुटभैया मंत्री तक मुसलमानों को उकसाने वाले बयान दे रहे हैं। लेकिन इनकी बयानबाज़ी पर किसान आंदोलन भारी पड़ रहा था, क्योंकि उस आंदोलन की छत के नीचे हिन्दू - मुसलमान एकजुट होकर खड़े हो गए। उन पर इन बयानों का रत्ती भर असर नहीं हो रहा है।
लेकिन एक बात और...अभी उन चेहरों को बेनकाब होना बाकी है जो किसान हितैषी के नाम पर आंदोलन में शामिल थे लेकिन उनके विचार भाजपा-आरएसएस को लेकर नहीं बदले। वे यूपी चुनाव और नजदीक आते ही पाला बदलेंगे और मोदी को किसानों का मसीहा बताकर कम से कम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों का वोट भाजपा को ट्रांसफर करा देंगे। क्योंकिन जिन लोगों का विचार ये रहा हो कि हम सरकार के खिलाफ हैं, किसी पार्टी के नहीं, उन चेहरों को बेनकाब होना बाकी है।
इस भविष्यवाणी को नोट कीजिए। संसद के जिस सत्र में इन तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लिया जाएगा, उसी सत्र में सीएए-एनआरसी की क़वायद फिर से शुरू करने की घोषणा होगी। यानी भाजपा-आरएसएस किसानों को शांत करने के बाद अपने उसी ज़हरीले मुद्दे पर लौटेंगे। पता नहीं बैरिस्टर असददुद्दीन ओवैसी साहब को ये गलतफहमी क्यों है कि मोदी सरकार सीएए-एनआरसी कानून को कृषि कानूनों की तरह वापस ले लेगी। हालांकि ओवैसी ने अपनी मांग रख दी है लेकिन दरअसल उस मुद्दे को फिर से गरमाने की कोशिश है।
ओवैसी के बयान पर जल्द ही भाजपा की प्रतिक्रिया आएगी। हो सकता है कि गृह मंत्री अमित शाह यूपी की ही किसी रैली में इस तरह की घोषणा कर दें। क्योंकि इस सरकार के सभी कारकूनों के दिन-रात सिर्फ और सिर्फ "हिन्दू-मुसलमान" डिवाइड (बांटने) के तरीके खोजने में बीतते हैं। आप देख रहे होंगे कि मीडिया में अयोध्या में बन रहे मंदिर का कवरेज बढ़ता ही जा रहा है। यूपी सरकार ने अयोध्या केंद्रित विज्ञापन अखबारों और टीवी-रेडियो के लिए जारी किए हैं।
किसान आंदोलन से भाजपा-आरएसएस को यह समझ आ गया है कि अंग्रेजों की ही नीति पर चलते हुए भारत को हिन्दू-मुसलमान में बाँट कर निष्कंटक राज किया जा सकता है। इसलिए उन्होंने नाटक का विषय बदलने की कोशिश की है लेकिन मंच वही है और उसके सूत्रधार भी वही हैं।
किसी देश के प्रधानमंत्री की अपनी एक विश्वसनीयता होती है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी विश्वसनीयता खो चुके हैं। किसानों को लेकर प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जिस केंद्रीय मंत्री अजय मिश्��ा टेनी के बेटे पर लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप है, वो शख्स मोदी कैबिनेट में बराबर जगह बनाए हुए है। जाति समीकरण के चलते मोदी उस को अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता तक नहीं दिखा पा रहे हैं।
अजय मिश्रा का मोदी कैबिनेट में होना बताता है कि प्रधानमंत्री की सोच किसानों को लेकर नहीं बदली है,दावे वो चाहे जितना कर लें!!!
नोटबंदी के दौरान उनके भाषणों और वादों को याद कीजिए। चुनाव के दौरान पेट्रोल-डीजल के पैसे बढ़ने पर बतौर गुजरात मुख्यमंत्री उनकी प्रतिक्रिया को याद कीजिए। ब्लैकमनी लाने के उनके वादों को याद कीजिए। देश के कितने लोगों को पता है कि भारत में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के पीछे सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतें नहीं हैं, उसका संबंध रिलायंस समूह से भी है।
देश में रिलायंस तेल का सबसे बड़ा ट्रेडर है। देश की सरकार रिलायंस को नजरन्दाज कर न तो अपनी तेल कंपनियां चला सकती है और न मनचाहा पेट्रोलियम मंत्री नियुक्त कर सकती है। ऐसे में किसानों के खेत खलिहान पर जिन कॉरपोरेट पूंजीपतियों की नजर लगी हुई, वे आसानी से हार मान लेंगे, लगता नहीं है।
Yusuf Kirmani sir
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वीमेन हॉकी टीम के कबीर खान से मिलते है -
वीमेन हॉकी टीम और गर्व के पल -
वीमेन हॉकी टीम की उपलब्धि से पूरा भारत गदगद है। हो भी क्यों न हो हॉकी ही हमारा राष्ट्रीय खेल है।हॉकी में हमारी कई उपलब्धियां है जो इतिहास में दर्ज है लेकिन कई सालों से हम हॉकी में अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है।भारतीय हॉकी को तो ज्यादा सुविधा नहीं मिल पा रही है और तो और इन्हे कोई प्रायोजक नहीं मिल रहा था तो ओडिसा सरकार ने इन्हे प्रायोजित किया है। मैं ओडिसा के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूँ इस नेक कार्य के लिए। लेकिन हॉकी की दोनों टीमों ने ये दिखा दिया किया वो किसी से कम नहीं है। और खासकर महिला हॉकी टीम की जितनी तारीफ की जाये वो कम ही होगी। लड़कियों बहुत अच्छा खेला।हॉकी पर बनी फिल्म 'चक दे इंडिया ' सबने देखी होगी और सबको अच्छी लगी होगी।कुछ लोगों को तो फ़िल्मी कलाकारों के नाम रट गए होंगे। लेकिन असली नायको और नायिकाओं को कम ही लोग जानते होंगे। लेकिन आज हम फिल्म चक दे में कोच -कबीर खान की बात करेंगे। लेकिन असली टीम के असली कोच जिनका नाम है -मारजेन है ।
असली कबीर खान - कोच सोर्ड मारजेन
भारतीय महिला हॉकी टीम पहली बार ओलिंपिक खेलों में सेमीफाइनल तक पहुंची है।काफी हद तक इसका क्रेडिट कोच सोर्ड मारजेन को ही जाता है।चार साल पहले जब सोर्ड मारजेन ने भारतीय महिला हॉकी टीम की कमान संभाली थी, तब हालात जुदा थे। कई सीनियर प्लेयर्स रिटायर हो रहे थे।टीम को फिर से खड़ा करने की जरूरत थी और मारजेन ने यह काम बखूबी किया।आज तोक्यो ओलिंपिक में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराने पर हमें जो खुशी है,उसकी एक बड़ी वजह मारजेन हैं।मारजेन से इस टीम को संवारा और तराशा है।आज भारत की महिला हॉकी टीम दुनिया के सबसे बड़े खेलमंच पर अगर यूं खेल पा रही है तो मारजेन को उसके लिए शुक्रिया बनता है।
मारजेन ने खुद 10 साल तक फील्ड हॉकी खेली है।उन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम के अलावा पुरुष टीम को भी ट्रेन किया है। जब उन्हें 2017 में भारतीय महिला टीम का कोच बनाया गया तो उनके लिए यह एक चुनौती थी। मारजेन मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं तो लोगों में जोश फूंकना तो उन्हें बखूबी आता है मगर स्किल्स का क्या ? ऐसे में मारजेन ने एक प्लान तैयार किया।सबसे अहम था खिलाड़ियों का माइंडसेट बदलना।काफी कुछ 'चक दे इंडिया' फिल्म में शाहरुख खान के किरदार 'कबीर खान' की तरह।आज की जीत के बाद मारजेन को असल जिंदगी का कबीर खान कहा जा रहा है।मारजेन चाहते थे कि लड़कियां मैच में किसी भी वक्त कमजोर ना पड़ें। ऐसा होने में वक्त जरूर लगा मगर नतीजा हमारे आपके सामने है।
मारजेन का सोचने का तरीका अलग है -
सोर्ड मारजेन को बाकी हॉकी कोचेज से जो बात अलग करती है, वह यह कि उनका जोर पिच पर लीडर्स की मौजूदगी पर रहता है।मारजेन के बारे में गुरजीत कौर ने ओलिंपिक डॉट कॉम से कहा, "हर कोच का नेचर और स्टाइल अलग-अलग होता है।वह खिलाड़ियों के साथ अलग ढंग से काम करते हैं। वह चाहते हैं कि हम अपनी परेशानियों का हल खुद खोजें। हां, वह हमेशा पिच पर मदद को रहते हैं मगर सोर्ड के साथ रास्ते ढूंढने का जिम्मा हमारा है।" मारजेन का यह तरीका भारतीय टीम के खासा काम आया है।टीम के माइडंसेट, गेम को लेकर एटिट्यूड में मारजेन की झलक अब साफ दिखाई देती है।
उनके कोच बनने के बाद से भारतीय टीम के प्रदर्शन में खासा सुधार हुआ है। फिर चाहे वह पिछली बार ओलिंपिक चैम्पियन ग्रेट ब्रिटेन को उनके घर में हराना हो या वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज जीतने वाले स्पेन को चुनौती देना, भारतीय टीम चुनौतियों से घबराना भूल गई। मारजेन की छाप पिछले साल ओलिंपिक क्वालिफिकेशन की खातिर हुए मुकाबलों में भी दिखी।पहले मैच में भारतीय टीम ने अमेरिकन मिडफील्ड को धता बताया और दूसरे में उसके डिफेंस के आगे तगड़ी चुनौती थी। मारजेन मानते हैं कि टीम ने शानदार खेल दिखाया था।
मारजेन का ट्वीट बहुत वायरल हो रहा है -" घर आने में फिर देर होगी"।-
ओलिंपिक खेलों की शुरुआत से पहले मारजेन ने कहा था, "दो-तीन साल पहले टीम आमतौर पर हार मान लेती थी लेकिन अब वे एक-दूसरे से बात करते हैं और मैच को पूरी तरह बदल देते हैं और ऐसा इसलिए हो पाया है क्योंकि उनकी मेंटल हेल्थ सुधरी है।" इसी मेंटल टफनेस के दमपर मारजेन टीम को ओलिंपिक के सेमीफाइनल तक ले आए हैं। उन्होंने कहा था, "हम जितना एक-दूसरे के साथ रहेंगे, उतना बेहतर।" सेमीफानल में प्रवेश के बाद मारजेन का ट्वीट बहुत वायरल हो रहा है -जिसमे उन्होंने लिखा -" घर आने में फिर देर होगी"।महिला टीम ने वो करके दिखा दिया है। जी उनको जिम्मेदारी दी गयी थी। अब ये देखना है की वो सोने पे अपना निशाना लगाते है की नहीं।
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सेमीफाइनल से पहले पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आया बुखार, ऑस्ट्रेलिया से आज WC में टक्कर
सेमीफाइनल से पहले पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आया बुखार, ऑस्ट्रेलिया से आज WC में टक्कर
दुबईपाकिस्तान के बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और शोएब मलिक ‘हल्के फ्लू’ (सर्दी-जुकाम) से पीड़ित हैं और उनका गुरुवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल में खेलना संदिग्ध है। बुधवार को टीम के ट्रेनिंग सत्र में हिस्सा नहीं लेने वाले रिजवान और मलिक दोनों कोविड-19 परीक्षण में निगेटिव आए हैं। टीम के बाकी सदस्य भी नियमित परीक्षण में निगेटिव पाए गए हैं। ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार, ‘दोनों…
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